Description
क़ुरआन इस्लाम का पवित्र धर्मग्रंथ है, जो मूलत: अरबी भाषा में है। जो अरबी नहीं जानते, उनके लिए अन्य भाषाओं में इसके अनुवाद उपलब्ध हैं। क़ुरआन का हिंदी अनुवाद डॉ. मुहम्मद अहमद ने किया है जो बहुत सहज और सरल है। यह अनुवाद अरबी से उर्दू में मौलाना मुहम्मद फ़ारूक़ ख़ां ने किया था।
डॉ. मुहम्मद अहमद ने सिर्फ शब्दों का अनुवाद नहीं किया है, बल्कि मूल अरबी क़ुरआन के भाव को भी इसमें बरकरार रखा है। इसलिए यह साधारण साक्षर से लेकर विद्वानों तक के लिए पठनीय हो गया है।
पुस्तक की शुरुआत में विषय-सूची के साथ उन घटनाओं का भी जिक्र किया गया है जो उस सूरह में शामिल होंगी। पुस्तक में विस्तृत टीका-टिप्पणी नहीं की गई है लेकिन अनुवाद के शब्दों का चयन इतना सरल है कि अधिक विस्तार की कोई जरूरत नहीं रही।
पुस्तक में सिर्फ आयतों का अनुवाद नहीं दिया गया है, बल्कि शुरुआत में ही क़ुरआन का संक्षिप्त परिचय है, जो इस ग्रंथ में रुचि रखने वाले हर व्यक्ति के लिए समान रूप से उपयोगी है। साथ ही क़ुरआन के संबंध में ग़लतफहमियों का भी निवारण किया गया है।
क़ुरआन को पढ़ने-समझने से पहले जरूरी है उन पैग़म्बर के बारे में जानना, जिन पर क़ुरआन उतरा था। इसलिए इसमें हज़रत मुहम्मद (सल्ल.) की संक्षिप्त जीवनी को शामिल किया गया है।
क़ुरआन के इस अनुवाद में अरबी की आयतों को उनके मूल रूप में प्रस्तुत किया गया है। वे एक पृष्ठ के रूप में हिंदी अनुवाद के साथ दी गई हैं। अत: इससे उन लोगों को ज्यादा सुविधा होगी जो अरबी पढ़ना जानते हैं या पढ़ने का अभ्यास कर रहे हैं। यह ग्रंथ हिंदीभाषी मुस्लिमों के साथ ही उन गैर-मुस्लिमों के लिए भी अत्यंत उपयोगी है जो क़ुरआन और उसके संबंध में उठने वाले प्रश्नों के उत्तर पाना चाहते हैं।
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