Description
इस पुस्तक में 1857 के महान विद्रोह से सम्बन्धित जो सच्चाइयाँ प्रस्तुत की गयी हैं वे उर्दू, अंग्रेज़ी, हिंदी और फ़ारसी भाषाओं की उन समकालीन दस्तावेज़ों पर आधारित हैं, जिन्हें लेखक ने लगभग दस सालों में देश-विदेश से जमा किया था। इस पुस्तक के माध्यम से इस महान संघर्ष में हिस्सा लेने वाले विद्रोहियों के बारे में जो दुष्प्रचार किया जाता है, उसका जवाब देने की भी कोशिश की गई है। किस तरह पूरे हिन्दुस्तान में विद्रोह हुआ, कैसे विभिन्न धर्मों और जातियों के लोगों ने विद्रोह का झंडा बुलंद किया और अभूतपूर्व क़ुर्बानियाँ दीं, महिलाओं ने इस विद्रोह में कैसे बेमिसाल बहादुरी और सशक्त नेतृत्व का परिचय दिया, अंग्रेजों ने किन षड्यंत्रों और हथकंडों का इस्तेमाल करके दिल्ली जीती और हिंदुस्तान के जिन राजे-रजवाड़ों ने विद्रोह को कुचलने में अंग्रेज़ों की सहायता की थी, उन्होंने आज़ाद हिंदुस्तान पर भी राज किया, ये सब हैरतंअगेज़ सच्चाइयाँ समकालीन दस्तावेज़ों की रौशनी में, इस किताब में पेश की गई हैं। आशा है कि यह पुस्तक 1857 के स्वतंत्रता संग्राम को और बेहतर तरीक़े से समझने और उसकी सही विरासत को आत्मसात करने में मदद करेगी। इस पुस्तक में ऐसे ऐतिहासिक चित्र भी शामिल किए गए हैं जो उस समय के ब्रिटिश वृत्तांतों में छपे थे।
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